जो परम्परा है भारतीय श्रेष्ठ ही सदैव विश्वानुकरण हेतु ढला आदर्श है
नारी देवी नर राम रूप ही रहा है यहाँ एक एक यहाँ की सुकला आदर्श है
आज कलि का प्रभाव छा रहा है घोर तम खोज वीर कहाँ गया भला आदर्श है
कोयला है, चारा, टू ज़ी, थ्री जी, सी डब्ल्यू जी, तोप आज इस भूमि मध्य घोटाला आदर्श है
रचनाकार
डॉ आशुतोष वाजपेयी
ज्योतिषाचार्य
लखनऊ
नारी देवी नर राम रूप ही रहा है यहाँ एक एक यहाँ की सुकला आदर्श है
आज कलि का प्रभाव छा रहा है घोर तम खोज वीर कहाँ गया भला आदर्श है
कोयला है, चारा, टू ज़ी, थ्री जी, सी डब्ल्यू जी, तोप आज इस भूमि मध्य घोटाला आदर्श है
रचनाकार
डॉ आशुतोष वाजपेयी
ज्योतिषाचार्य
लखनऊ
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