आप अग्रपूज्य अग्रगण्य हो गजानन हो
अमल वितुण्ड लिए बुद्धि के प्रदाता हो
रिद्धि सिद्धि संग रमते हो गणनायक हो
ब्रह्मचारी बलशाली विघ्न कष्टत्राता हो
अंकुश कुलिश कर वक्रतुण्ड गजकर्ण
एकदन्त दयासिन्धु और सर्वज्ञाता हो
उदर विशाल शोक हरते दयानिधान
मूषक सवारी में स्वधर्म के विधाता हो
कृतिकार
डॉ आशुतोष वाजपेयी
कवि, ज्योतिषाचार्य, साहित्याचार्य, धर्मरत्न, पी-एच. डी.
अमल वितुण्ड लिए बुद्धि के प्रदाता हो
रिद्धि सिद्धि संग रमते हो गणनायक हो
ब्रह्मचारी बलशाली विघ्न कष्टत्राता हो
अंकुश कुलिश कर वक्रतुण्ड गजकर्ण
एकदन्त दयासिन्धु और सर्वज्ञाता हो
उदर विशाल शोक हरते दयानिधान
मूषक सवारी में स्वधर्म के विधाता हो
कृतिकार
डॉ आशुतोष वाजपेयी
कवि, ज्योतिषाचार्य, साहित्याचार्य, धर्मरत्न, पी-एच. डी.
Om Gan Gan Patyeh Namah
ReplyDeletedhanyavaad bandhu rajendra
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